The Definitive Guide to हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे

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हल्दी को कैसे खाएं? हल्दी को आप अपने भोजन में रंग व स्वाद लाने, गर्म दूध व पानी के साथ भी ले सकते हैं। सीधे हल्दी का सेवन आमतौर पर नहीं किया जाता है। हल्दी ज्यादा खाने से क्या होता है? हल्दी ज्यादा खाने से गर्भवती स्त्रियों को गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसके अलावा ज्यादा मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर को बहुत कम कर देता है। चोट पर हल्दी का प्रयोग क्यों करते हैं?

हल्दी के गर्म दूध को सोने से एक घंटे पहले पीने से ज्यादा बेहतर नींद आती है। दूध में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन है, जो मस्तिष्क रसायन हैं जो आपकी नींद चक्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हल्दी तनाव कम कर देती है और आपके शरीर को आराम देती है।

हल्दी को संस्कृत में हरिद्रा कहते हैं. यह अदरक के परिवार जिंजीबेरेसी की सदस्य है. हल्दी का वानस्पतिक नाम कुरकुमा लोंगा है। हल्दी वह मसाला है, जिसे भारतीय व्यंजनों में न डाला जाए तो खाना कुछ अधूरा सा लगता है। यह हमारे किचन का एक अहम हिस्सा है, जो संतरी- पीले रंग का होता है और जिसकी महक दूर से ही आ जाती है। इसका स्वाद भी अनूठा होता है, जिसमें हल्का कड़वापन और काली मिर्च का जायका होता है। हमारे खाने में पीला रंग हल्दी की वजह से ही आता है लेकिन इससे दाग लगने का खतरा भी रहता है। यदि हाथ या नाखूनों में लग जाए तो इसका रंग तुरंत नहीं जाता। हल्दी की सबसे ज्यादा खेती आंध्र प्रदेश में होती है। इसके बाद ओडीशा, तमिलानाडु और महाराष्ट्र में हल्दी की खेती का नंबर आता है।

आपने हेल्थजोन के इस लेख में हल्दी के बारे में विस्तार से बड़ा और जाना की हल्दी में कितने ज्यादा औषधि गुण मौजूद है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कितनी ज्यादा फायदेमंद है । अब हल्दी को अपने खाने have a peek at this web-site में उपयोग करें और इसके स्वास्थ्य लाभ हासिल करें ।  किसी रोग को दूर करने के लिए हल्दी का उपयोग करना हो तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें फिर इसका उपयोग करें । आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे लाइक करे और अपने दोस्तों में शेयर करें ।

कच्ची हल्दी को गैस पर जलाकर कोयले की तरह बना लीजिए फिर इसको पीसकर इसमें समान मात्रा में अजवायन मिलाकर इससे रोज़ाना सुबह मंजन करें।

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हल्दी गॉलब्लैडर और अन्य डाइजेस्टिव एंजाइमों में पित्त के उत्पादन को बढ़ाकर आपके पाचन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। हल्दी सूजन के लक्षणों को कम करने और आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करती है। साथ ही साथ यह वजन घटाने में भी मददगार होती है।

आयुर्वेद में हल्दी गुणकारी साबित हुई है । हम हल्दी को नींबू और शहद के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें तो वह बहुत गुणकारी और फायदेमंद साबित होती है ।

हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका आवश्यकतानुसार उपयोग करना चाहिए । हल्दी को खाना बनाने में उपयोग करने से यह खाने को चटपटा , स्वादिष्ट व पौष्टिक बना देती है  ।

कान के बहने में आराम पाने के लिए पानी में हल्दी डालकर उबाले छानकर इसे कान में डालें।

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यदि आप चाहते हैं, तो आप इसमें शहद की आधी चम्मच भी मिला सकते हैं।

निमोनिया का घरेलू इलाज होता है । Haldi ke fayde nimoniya ke liye –

इस मसाले के एंटीवायरल गुण आपकी प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ावा देते हैं और वायरस के बढ़ने को रोकते हैं, ताकि आप हेपेटाइटिस जैसे संक्रमणों से बचे रहें। शोध से यह भी पता चलता है कि हल्दी अल्जाइमर रोग की प्रगति को धीमा कर देती है और यहां तक ​​कि कैंसर होने का खतरा भी कम करती है। हल्दी दूध कई बीमारियों के खिलाफ आपकी प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए एक लाजवाब टॉनिक है। इसके एंटीवायरल प्रभाव के कारण, यह विशेष रूप से सर्दी और फ्लू के मौसम में उपयोग होता है। यदि आपके शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है जिसकी वजह से आपको कोई भी संक्रमण आसानी से हो जाता है, तो सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले हल्दी दूध का एक कप पिने की आदत बनाएं।

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